PM Surakshit Matritva Yojana

हर साल 11 अप्रैल को राष्ट्रीय मातृत्व सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिन विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया जाता है, ताकि गर्भावस्था के समय महिलाएं अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके। अक्सर ऐसा होता है कि मजदूरी करने वाली गर्भवती महिलाएं अपने काम की वजह से स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाती हैं, जिस कारण उन्हें गर्भावस्था के समय काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इस वजह से मां-बच्चे दोनों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। सुरक्षित मातृत्व और सुरक्षित भविष्य के उद्देश्य की पूर्ति हेतु देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की शुरुआत की। इसी के तहत 2019 में सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना और मातृत्व वंदना योजना भी चलाई जा रही है। उपरोक्त योजनाओं के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जाता है। और कार्यरत गर्भवती महिलाओं को कार्यक्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा मैटरनिटी लीव की सुविधा जाती है। इसी तरह से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) भी गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की एक अनोखी पहल है।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना क्या है?

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) एक सरकारी पहल है, जिसे 2016 में गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए शुरू किया गया था। इसके तहत, गर्भवती महिलाओं को प्रसव से पहले मुफ्त स्वास्थ्य जांच, परीक्षण, दवाइयां और अन्य चिकित्सीय सेवाएं प्रदान की जाती हैं, ताकि उनका और उनके शिशु का स्वास्थ्य सुनिश्चित हो सके। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व की ओर प्रेरित किया जाता है।साथ ही अभियान के तहत, गर्भवती महिलाओं को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में दूसरी/तीसरी तिमाही में प्रसवपूर्व देखभाल सेवाओं का न्यूनतम पैकेज प्रदान किया जाता है। इस योजना की मुख्य विशेषता यह है कि प्रसवपूर्व जांच सेवाएं सरकारी डॉक्टरों द्वारा प्रदान की जाएंगी, तथा सरकारी क्षेत्र के प्रयासों में सहायता के लिए निजी FOGSI सदस्यों का सहयोग भी लिया जाएगा। यह अभियान हमारे देश में मातृ एवं नवजात शिशु मृत्यु की संख्या को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना का उद्देश्य क्या है?

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। इस योजना के तहत, गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण, चिकित्सा देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। साथ ही, माताओं और बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के लिए समय पर प्रसवपूर्व और प्रसवोत्तर देखभाल का प्रबंध किया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को शिशु के जन्म से पहले और बाद में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराकर उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना है, ताकि उनके जीवन और स्वास्थ्य को जोखिम से बचाया जा सके।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के लाभ क्या हैं?

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) के तहत गर्भवती महिलाओं को कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इस योजना में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर शून्य व्यय प्रसव और सी-सेक्शन की सुविधा दी जाती है। इसके अलावा, लाभार्थियों को चार प्रसवपूर्व जांचें प्राप्त होती हैं, जिनमें पहली तिमाही के दौरान एक जांच शामिल है। योजना में टेटनस-डिप्थीरिया इंजेक्शन, आयरन फोलिक एसिड अनुपूरण, छः घर-आधारित नवजात शिशु देखभाल दौरे और एएनसी पैकेज के घटक भी शामिल हैं। गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र तक मुफ्त परिवहन की सुविधा दी जाती है, साथ ही अस्पताल से छुट्टी के बाद वापस लाने की व्यवस्था भी होती है। इस योजना में सुरक्षित मातृत्व के लिए परामर्श और आईईसी/बीसीसी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं, ताकि गर्भवती महिलाओं को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं बिना किसी परेशानी के उपलब्ध हो सकें।

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प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना की पात्रता क्या हैं?

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) की पात्रता विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए है। इस योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है जो गर्भवती हैं और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव कराती हैं। यह योजना मुख्य रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए है, जिन्हें सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पाता। इसके अलावा, उन्हीं महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा जिन्होंने गर्भवती होने के पहले समय में एएनसी (एंटीनेटल केयर) पैकेज के तहत नियमित जांच और टीकाकरण प्राप्त किया हो। इस प्रकार, यह योजना गर्भवती महिलाओं को आवश्यक चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के लाभ क्या हैं?

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) के तहत गर्भवती महिलाओं को कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इस योजना में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर शून्य व्यय प्रसव और सी-सेक्शन की सुविधा दी जाती है। इसके अलावा, लाभार्थियों को चार प्रसवपूर्व जांचें प्राप्त होती हैं, जिनमें पहली तिमाही के दौरान एक जांच शामिल है। योजना में टेटनस-डिप्थीरिया इंजेक्शन, आयरन फोलिक एसिड अनुपूरण, छः घर-आधारित नवजात शिशु देखभाल दौरे और एएनसी पैकेज के घटक भी शामिल हैं। गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र तक मुफ्त परिवहन की सुविधा दी जाती है, साथ ही अस्पताल से छुट्टी के बाद वापस लाने की व्यवस्था भी होती है। इस योजना में सुरक्षित मातृत्व के लिए परामर्श और आईईसी/बीसीसी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं, ताकि गर्भवती महिलाओं को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं बिना किसी परेशानी के उपलब्ध हो सकें।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना की पात्रता क्या हैं?

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) की पात्रता विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए है। इस योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है जो गर्भवती हैं और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव कराती हैं। यह योजना मुख्य रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए है, जिन्हें सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पाता। इसके अलावा, उन्हीं महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा जिन्होंने गर्भवती होने के पहले समय में एएनसी (एंटीनेटल केयर) पैकेज के तहत नियमित जांच और टीकाकरण प्राप्त किया हो। इस प्रकार, यह योजना गर्भवती महिलाओं को आवश्यक चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (PM Surakshit Matritva Yojana) का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को उचित देखभाल और पोषण प्रदान करना है, ताकि उनका स्वास्थ्य और उनके बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर हो सके। यह योजना प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है और इसका उद्देश्य मातृ मृत्यु दर में कमी लाना है। इस योजना के तहत, सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क जांच और उपचार प्रदान किया जाता है, जिससे गर्भवती महिलाओं को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं। इसके साथ ही, यह योजना महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम भी करती है। कुल मिलाकर, पीएमएसएमवाई भारत में मातृ स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रही है और यह देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन चुकी है।  हम उम्मीद करते हैं कि आप जिस जानकारी को लेने के लिए हमारी वेबसाइट पर आए हैं हमने वो संपूर्ण जानकारी आपको दी है।‌‌ अगर यह लेख आपको‌ उपयोगी लगा हो तो इसे अपने आसपास जरूर‌ साझा करें और जरूरतमंद परिवारों तक यह जानकारी पहुंचाने में मददगार साबित हों।

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