लोक पहल का ध्येय एक ऐसे विकसित, शांतिपूर्ण और समृद्ध समाज की स्थापना करना है जिसमें समाज के प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर मिलें और सामंजस्यपूर्ण, शांतिपूर्ण और सद्भावपूर्ण वातावरण का निर्माण हो ।
लोक-सामाजिक जीवन की सनातन अवधारणा जिसमें हमारे ऋषियों-मुनियों ने वसुधैव कुटुम्बकम की विचार परम्परा को प्रतिष्ठित किया, जिसमें मानव मात्र ही नहीं समस्त ब्रह्माण्ड के जीव-अजीव सभी के लिए स्नेह, करुणा एवं दया का भाव होता है । इसी सनातन अवधारणा को आगे बढ़ाते हुए लोक ने भी सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की भावना को अवधारित किया है और लोक पहल एक ऐसे ही समाज की रचना के लिए संकल्पित है जिसमें सब एक दूसरे का सम्मान करें।
लोक पहल शासन, प्रशासन और समाज के प्रत्येक वर्ग को साथ लेकर और साथ मिलकर समंजस द्रढ़संकल्प और देश व समाज के लिए सकरात्मक सोच के साथ कार्य करने का हर संभव प्रयास करेगी।
भाजपा सरकार से जुड़ी जानकारियों और जन कल्याणकारी परियोजनाओं से जुड़े रहने के लिए हमें यूट्यूब पर फॉलो करें।
लोक तंत्र में लोक पक्ष प्रथम होना चाहिए एवं तंत्र लोक सेवा के लिए होना चाहिए। स्वाधीनता के बाद के वर्षों मे भारतीय राजनीति धीरे- धीरे दूषित होती गई और तंत्र सशक्त होकर, लोक पर प्रभावी होता गया। लोक पहल का उद्देश्य है, वर्तमान मे तंत्र के ऊपर लोक प्रतिष्ठा और लोक हित की बहाली सुनिश्चित करवाना है।