उत्तर प्रदेश इंटर्नशिप योजना
भारत देश में बेरोजगारी की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। इसके अनेक कारण हैं, जिनमें से प्रमुख है- कौशल प्रशिक्षण की कमी यानी तकनीकी या गैर-तकनीकी ज्ञान का अभाव । बेरोजगारी न केवल देश के आर्थिक विकास में बाधा डालती है बल्कि मानव समाज पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है। इस समस्या का हल निकालने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा रोजगार सृजन करने हेतु युवाओं के लिए कई कार्यक्रम आरंभ किए गए हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में 9 फरवरी 2020 को योगी सरकार ने राज्य के छात्र-छात्राओं के लिए यूपी इंटर्नशिप योजना की घोषणा की। यह योजना 10वीं, 12वीं और स्नातक करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने हेतु आरंभ की गई है। यूपी इंटर्नशिप योजना के तहत छात्र-छात्राओं को उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा और कुछ धनराशि का स्टिपेंड भी दिया जाएगा। इसके माध्यम से छात्रों को विभिन्न विषयों में प्रशिक्षित कर उसी क्षेत्र में बेहतर अवसर प्राप्त हो सकते हैं। यूपी इंटर्नशिप योजना का मुख्य उद्देश्य ऱाज्य में बेरोजगारी दर कम करना और अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार प्राप्त कराना है ताकि युवा वर्ग आत्मनिर्भर और सशक्त बन सके। इस योजना में 10वीं, 12वीं और स्नातक करने वाले छात्र-छात्राओं को तकनीकी संस्थानों और उद्योगों से संबंधित विषयों में 6 माह से 1 वर्ष तक इंटर्नशिप करने का अवसर दिया जाएगा। इसके बाद, विद्यार्थी अपनी कौशल योग्यता के आधार पर कहीं भी नौकरी कर सकते हैं। इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को 2500 रुपये की धनराशि प्रतिमाह वित्तीय सहायता के रूप में प्रदान की जाएगी जिसमें से 1000 रुपये राज्य सरकार और शेष 1500 रुपये केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किए जाएँगे। इस योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि का लाभ उन्हीं छात्र-छात्राओं को मिलेगा जो 6 माह से 1 वर्ष तक का पूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। सरकार द्वारा इस योजना से लगभग पाँच लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को रोजगार के अवसर देने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश राज्य के पुलिस विभाग में राज्य की 20 प्रतिशत लड़कियों को अनिवार्य रूप से भर्ती किया जाएगा। उत्तर प्रदेश राज्य की प्रत्येक तहसील में एक आईटीआई और कौशल विकास केंद्र भी खोले जाएँगे जो युवाओं को कौशल विकास के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक, उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। आवेदक, केवल 10वीं, 12वीं और स्नातक करने वाले छात्र-छात्राएँ ही होंगे। यदि आवेदक किसी रोजगार से पहले से ही जुड़ा है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा सकता । केवल बेरोजगार युवा ही इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का लाभ लेने हेतु आवेदक के पास निम्न दस्तावेज होने आवश्यक हैं। आवेदक का आधार कार्ड,पासपोर्ट साइज फोटो,मूल निवास प्रमाण पत्र,जाति प्रमाण पत्र,आय प्रमाण पत्र,सभी शैक्षिक प्रमाण पत्र,वोटर आईडी कार्ड,पैन कार्ड (यदि उपलब्ध हो),बैंक खाता विवरण,मोबाइल नंबर आदि। इच्छुक आवेदक जिले के निकटतम रोजगार कार्यालय या कौशल विकास केंद्र में जाकर अपने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। इंटर्नशिप योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को रोजगार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://sewayojan.up.nic.in या up.gov.in  पर जाना होगा।  

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( उ.  प्र.)  चुनावी  सर्वेक्षण  2022
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