देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का एक वाक्य है 'भारत गांव में बसता है'। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस बात को प्रमुखता से लागू करते हुए वर्ष 2014 में 11 अक्टूबर के दिन सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के जरिए मोदी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के विकास हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सांसद आदर्श ग्राम योजना के माध्यम से प्रत्येक सांसद द्वारा एक गांव को चयनित कर वहां विकास कार्यों को अंजाम दिया जाता है। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक व मानव के व्यक्तिगत विकास को स्थापित करने का बेहद महत्वपूर्ण कार्य किया जाता है।
सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत के गांवों को स्वच्छ और समृद्धशाली बनाने के लिए की है, जिसके तहत मोदी सरकार ने प्रत्येक सांसद को वर्ष 2024 के अंत तक 5 ग्राम सभाओं को विकसित करने का लक्ष्य सौंपा है। इस योजना के माध्यम से जहां एक ओर ग्रामीण क्षेत्र के विकास को पंख लगेंगे, तो वहीं दूसरी ओर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीण जनता तक आसानी से पहुंच सकेगा। सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत प्रत्येक सांसद द्वारा ग्राम सभाओं को चयनित करके वहां शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, उद्योग, पशुपालन, पर्यावरण, स्वच्छता, कृषि आदि क्षेत्रों में विकास को सुनिश्चित किया जाता है।
इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु केंद्र की मोदी सरकार काफी प्रयासरत है और योजना से जुड़े मुख्य उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक सांसद द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। सांसद आदर्श ग्राम योजना के माध्यम से गांव के लोग आत्मनिर्भर बनेंगे और साथ ही जनता की सेवा का सौभाग्य प्रत्येक सांसद को प्राप्त होगा। इस योजना का सफल क्रियान्वन तीन बातों पर निर्भर करता है, जिनमें से पहला है, यह मांग पर आधारित हो, समाज द्वारा प्रेरित हो और इसमें जनता की भागीदारी शामिल हो।
सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों को पूर्ण करने के लिए विकास फंड दिया जाता है, इसके अलावा मनरेगा से मिलने वाली सहायता और सरकार से मिलने वाली अन्य जरूरी वित्तीय सहायता के माध्यम से भी सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के नक्शे को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। सांसद आदर्श ग्राम योजना के माध्यम से मोदी सरकार का मुख्य उद्देश्य भारत के गांव को आदर्श गांव बनाना है, क्योंकि भारत की अधिकांश जनसंख्या आज भी गांव में निवास करती है व आर्थिक और सामाजिक रूप से काफी पिछड़े हुई है। ऐसे में सांसद आदर्श ग्राम योजना के माध्यम से केंद्र की मोदी सरकार ने गांवों के वर्तमान हालात बदलने का जिम्मा उठाया है।
जिसके माध्यम से ग्रामीणों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है और उन्हें आगे बढ़ने के अनेक अवसर प्रदान किए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीण लोग भी उन्नत होकर विकसित भारत की तरक्की में अपना योगदान दे सकें। प्रधानमंत्री मोदी जी ने सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत राजनीति का लोकप्रिय चेहरा जयप्रकाश नारायण जी की वर्षगांठ पर की थी।
सांसद आदर्श ग्राम योजना के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों के सभी वर्गों के जीवन स्तर में सुधार लाने, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं देने व आजीविका के बेहतर अवसर प्रदान करना और ग्रामीण विषमताओं को दूर करके गांव में समृद्ध पूंजी को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक सांसद आदर्श ग्राम योजना मोदी सरकार की गारंटी है, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करके उन्हें मुख्यधारा के साथ जोड़ना है।
सरकार इस योजना के माध्यम से ग्राम पंचायत को एक आदर्श मॉडल बनाकर प्रस्तुत करना चाहती है, जिससे सीखकर अन्य ग्राम पंचायतें भी ग्रामीण विकास के सरकार के मिशन को पूर्ण करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस प्रकार मोदी सरकार की सांसद आदर्श ग्राम योजना बेहद महत्वपूर्ण योजना है, जिसके माध्यम से ग्रामीण लोगों को सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा की गारंटी देना सरकार का मुख्य उद्देश्य है और इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक सांसद की यह जिम्मेदारी है कि वह चयनित गांव में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने का कार्य करें औ पड़ोसी ग्राम पंचायतों के समक्ष एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत करें, ताकि ग्रामीण परिवेश भी देश की तरक्की में अपना सर्वस्व योगदान दे सके।