PM Shri Yojana

आज के इस नए दौर में पढ़ाई भी नई टेक्नोलॉजी से होने लगी है। कुछ प्राइवेट स्कूलों में स्मार्ट उपकरणों के जरिए बच्चों को पढ़ाया जाता है, लेकिन सरकारी और अर्द्ध सरकारी स्कूलों में अभी तक यह सुविधाएं उपलब्ध नहीं है, जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी जी ने सरकारी और अर्द्ध सरकारी स्कूलों की दशा बदलने के लिए पीएम श्री योजना (PM Shri Yojana) की शुरुआत की है, जिसमें स्कूलों को नया रूप दिया जाएगा और बच्चों को अच्छी बिल्डिंग, स्मार्ट क्लास की सुविधाएं दी जाएगी। अगर आप एक विद्यार्थी हैं या आप अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ा रहे हैं, तो लोक पहल का यह लेख आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए अंत तक जरूर पढ़िएगा।

पीएम श्री योजना क्या है।

इस योजना की शुरुआत मोदी सरकार द्वारा वर्ष 2022 में 5 सितंबर यानि 'टीचर्स डे' के मौके पर की गई थी। देश-विदेश में बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी को देखते हुए इस योजना के तहत देश के 14500 स्कूलों को नई तकनीक के साथ जोड़ा जाएगा। इस योजना के जरिए सरकारी स्कूलों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाएगी। 14500 स्कूलों को पांच वर्षों में सुधारने के लिए पीएम श्री योजना (PM Shri Yojana) को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 27,360 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है। इस योजना का 60% खर्च केंद्र सरकार और 40% राज्य सरकार करेगी।

पीएम श्री योजना का उद्देश्य क्या है।

पीएम श्री योजना (PM Shri Yojana) का मुख्य उद्देश्य देश के 14500 पुराने स्कूलों में सुधार करना है और 21वी सदी की नई शिक्षा नीति को सभी स्कूलों में लागू करना है, जिससे बच्चों को स्मार्ट शिक्षा दी जा सके और स्कूलों को भी नया रूप दिया जा सके। इससे भारत की शिक्षा व्यवस्था को भी एक अलग पहचान मिलेगी।

पीएम श्री योजना के लाभ क्या हैं?

  1. बच्चों को नई तकनीक द्वारा शिक्षा दी जाएगी, जिससे बच्चे ज्यादा ध्यानपूर्वक पढ़ पाएंगे
  2. योजना में चुने गए स्कूलों में नवीनतम टेक्नोलॉजी वाली लेबोरेटरी बनाई जाएगी, जिससे स्कूल के बच्चों को अलग-अलग मुद्दों पर प्रैक्टिकल ज्ञान मिल सकेगा और वे बेहतर ढंग से चीजों को समझ पाएंगे
  3. अच्छी शिक्षा की सूची में सरकारी स्कूलों का भी नाम रोशन होगा
  4. आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी अपने बच्चों को इन स्मार्ट स्कूलों में पढ़ा पाएंगे।

स्कूल के शिक्षक भी बन सकेंगे स्मार्ट

इस योजना के तहत स्कूलों में नई तकनीक के उपकरणों को इस्तेमाल करने के लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे शिक्षा प्रणाली में सुधार लाया जा सके। इन उपकरणों में आर-वी-आर हेडसेट, बहुभाषी पेन ट्रांसलेटर, आभासी कक्षाओं के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग लैब, स्मार्ट खिलौने शामिल होंगे। नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए पाठ को ऑडियो में बदलने के उपकरण भी मौजूद होंगे। इस तरह से स्कूलों में शिक्षक भी स्मार्ट उपकरणों का इस्तेमाल करके बच्चों को आसानी से पढ़ा पाएंगे।

खर्च की 60%-40% की भागीदारी पर विवाद

इस योजना के लिए 40% खर्च राज्य सरकार को करना होगा, लेकिन योजना संचालित करने का श्रेय पूरी तरह से केंद्र सरकार को जा रहा है, इस कारण से कुछ राज्यों ने इस योजना को लागू करने पर अपनी अस्वीकृति प्रकट की है। लेकिन जब केंद्र सरकार ने सख्त रवैया अपनाया और उनकी फंडिंग रोकने की बात की, तब केरल व तमिलनाडु ने एमओयू पर साइन किया, लेकिन दिल्ली, पंजाब और बंगाल में विपक्षी दलों की सरकार होने के कारण यह योजना अभी तक लागू नहीं हो पाई है।

झारखंड ने एमओयू साइन में की देरी

झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक आदित्य रंजन ने एक मीडिया से बातचीत करते हुए बताया, कि झारखंड ने भी एमओयू साइन कर लिया है लेकिन झारखंड इस योजना के दूसरे पेज में शामिल हुआ है, इसलिए यहां अभी तक सिर्फ स्कूलों को चिन्हित करने का ही कार्य हुआ है। दूसरे फेस में 381 स्कूलों को चिन्हित किया गया है लेकिन सरकार की तरफ से अभी फंडिंग जारी नहीं की गई है। आदित्य रंजन ने बताया कि पीएम श्री योजना (PM Shri Yojana) को लेकर झारखंड से उनका कोई विवाद नहीं हुआ है लेकिन एमओयू साइन करने में कुछ देरी जरूर हुई है।

इस योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है।

  1. सबसे पहले स्कूलों को सरकार द्वारा शुरू की आधिकारिक वेबसाइट https://pmshrischools.education.gov.in पर जाना होगा और अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
  2. यह वेबसाइट हर साल 3 महीनों के लिए खोली जाती है, जिस समय स्कूल अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
  3. उसके बाद सरकारी अधिकारियों की टीम स्कूल का निरीक्षण करती है।
  4. फिर स्कूल के आधार पर उसकी रिपोर्ट बनाकर अधिकारियों द्वारा आगे भेजी जाती हैं।
  5. उसके बाद योजना के लिए स्कूल का चयन किया जाता है।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने आपको पीएम श्री योजना (PM Shri Yojana) से संबंधित सभी जानकारी प्रदान की है। यह योजना देश के नागरिकों और विद्यार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसमें स्कूलों का विनिर्माण करके सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर रही है, जिससे बच्चे अपना पूरा ध्यान लगाकर पढ़ाई कर सकें। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार से जरूर साझा करें, ताकि वे भी इस योजना का लाभ उठा सकें। धन्यवाद!

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( उ.  प्र.)  चुनावी  सर्वेक्षण  2022
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