Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana

मानव जीवन की नींव बचपन में ही रखी जाती है, लेकिन भारत के कई राज्यों में आज भी कुपोषण और एनीमिया जैसी समस्याएं बच्चों और किशोरियों के स्वस्थ विकास में बाधा बन रही हैं। कुपोषित बच्चे न केवल शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं, बल्कि उनका मानसिक विकास भी प्रभावित होता है। वहीं, किशोरावस्था में पोषण की कमी, विशेष रूप से एनीमिया, भविष्य में मातृत्व संबंधी जटिलताओं का कारण बन सकती है। ऐसे समय में उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना (Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana) एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में सामने आई है, जिसका उद्देश्य बच्चों और किशोरियों को आवश्यक पोषण और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर उन्हें स्वस्थ और सशक्त बनाना है। आज लोक पहल के इस लेख में आप जानेंगे कि कैसे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं? कैसे इस योजना में आवेदन कर सकते हैं और इस योजना में आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़ क्या हैं?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना क्या है?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना (Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana) उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य में बच्चों और किशोरियों के कुपोषण को दूर करना है। इस योजना के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत 6 माह से 5 वर्ष तक के चिन्हित कुपोषित बच्चों एवं एनीमिया ग्रस्त 11-14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं को अतिरिक्त पोषण प्रदान किया जाएगा। योजना में सरकार आधुनिक तकनीक और निगरानी तंत्र का इस्तेमाल कर यह सुनिश्चित करती है कि पोषण सेवाएं सही लाभार्थियों तक समय पर पहुंचे। इसके साथ ही पोषण सप्ताह, पोषण वाटिका और कुपोषण मुक्त ग्राम जैसे अभियानों के ज़रिए जागरूकता भी फैलाई जाती है। यह योजना केंद्र सरकार की “पोषण अभियान” से भी समन्वयित है, ताकि पोषण संबंधी लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से प्राप्त किया जा सके।

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना का उद्देश्य क्या है?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना (Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana) का उद्देश्य प्रदेश में कुपोषण को जड़ से खत्म करना है। खासकर 0 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों एवं किशोरियों को पर्याप्त और संतुलित पोषण उपलब्ध कराना इसका मुख्य लक्ष्य है। योजना के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाभार्थियों को नियमित रूप से पौष्टिक आहार, पोषण शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी दी जाती है। इसके साथ ही समुदाय स्तर पर पोषण जागरूकता फैलाने, पोषण वाटिका विकसित करने और स्थानीय संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी ज़ोर दिया जाता है। कुल मिलाकर, यह योजना प्रदेश के बच्चों को स्वस्थ, सक्षम और सुपोषित भविष्य देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

योगी सरकार ने किया बजट तय

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना (Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana) के तहत बाल पोषण को सशक्त बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में एक महत्त्वपूर्ण पहल की है। राज्य सरकार ने योजना के पायलट चरण के लिए 254.83 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है, जिसके अंतर्गत 3 से 6 वर्ष की आयु के लगभग 11.13 लाख कुपोषित बच्चों एवं 11-14 वर्ष की एनीमिया ग्रस्त किशोरियों को पोषक आहार उपलब्ध कराया जाएगा। यह आहार आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से वितरित किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक बच्चे को प्रति दिन 44 रुपये की लागत से 400 कैलोरी और 15 से 20 ग्राम प्रोटीन युक्त सामग्री दी जाएगी। इसमें फ्लेवर युक्त दूध, न्यूट्री बार, मोटे अनाज से बनी चिक्की और मौसमी फल जैसी पोषक चीज़ें शामिल हैं। यह योजना आठ आकांक्षात्मक जिलों में लागू की जा रही है और बाल कुपोषण को जड़ से समाप्त करने की दिशा में राज्य सरकार का यह एक ठोस और सकारात्मक कदम माना जा रहा है।

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के लिए क्या पात्रताएं होनी आवश्यक है?

  1. लाभार्थी उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए
  2. लाभार्थी कुपोषित बच्चों की आयु 6 माह से 5 वर्ष और एनीमिया पीड़ित किशोरियों की आयु 11 से 14 वर्ष के मध्य होनी चाहिए
  3. लाभार्थी आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकृत होना चाहिए
  4. लाभार्थी किसी अन्य पोषण योजना में पंजीकृत नहीं होना चाहिए

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के लिए जरुरी दस्तावेज़ क्या है?

  1. आधार कार्ड
  2. जन्म प्रमाण पत्र
  3. आयु प्रमाण पत्र
  4. परिवार का निवास प्रमाण पत्र
  5. माता-पिता का पहचान पत्र
  6. पासपोर्ट साइज फोटो
  7. मोबाइल नंबर

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना की आवेदन प्रक्रिया क्या है?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना (Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana) के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया फिलहाल पूरी तरह ऑफलाइन है। लाभार्थी बच्चों का पंजीकरण आंगनवाड़ी केंद्रों पर किया जाता है, जहाँ उनकी आयु, पोषण स्तर और पारिवारिक स्थिति की जाँच की जाती है। योजना का लाभ उन्हीं बच्चों को मिलता है जो गरीब परिवारों से आते हैं और जिन्हें कुपोषित की श्रेणी में रखा गया है। इसके लिए कोई अलग से ऑनलाइन आवेदन नहीं करना होता, बल्कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्वयं बच्चों की पहचान कर योजना में शामिल करती हैं।

श्यामलाल के बेटे को मिला लाभ

उत्तर प्रदेश के एक गांव में रहने वाले श्यामलाल एक सामान्य मजदूर हैं, जिनका तीन साल का बेटा रवि लंबे समय से कुपोषण की समस्या से परेशान था। बेटे की कमजोर सेहत को देखकर श्यामलाल बहुत परेशान रहते थे। ऐसे समय में गांव की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने उन्हें मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस योजना के तहत रवि का नाम दर्ज करवाया, जिसके बाद उसे नियमित रूप से स्वास्थ्य जानकारी, पौष्टिक खाना, दूध और फल मिलने लगे। कुछ ही महीनों में रवि की सेहत में अच्छा सुधार दिखा। अब वह पहले से अधिक मजबूत और खुश रहता है। यह योजना श्यामलाल जैसे परिवारों के लिए एक नई आशा बनकर आई है।

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना (Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana) उत्तर प्रदेश सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य केवल पोषण सुधारना नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ी को स्वस्थ और सशक्त बनाना है। इस योजना के माध्यम से सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बच्चों और महिलाओं का स्वास्थ्य उसकी प्राथमिकता है। यदि योजना का प्रभाव ज़मीनी स्तर तक मजबूती से पहुँचता है, तो यह राज्य में कुपोषण की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकती है। बेहतर निगरानी, समुदाय की भागीदारी और समय पर पोषण उपलब्धता से यह योजना एक सशक्त सामाजिक बदलाव का माध्यम बन सकती है। यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर साझा करें, ताकि वे भी इस योजना का लाभ उठा सकें। धन्यवाद!

FAQs

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना क्या है?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य कुपोषित बच्चों और किशोरियों को पौष्टिक आहार और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना का लाभ किन्हें मिलता है?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना का लाभ उन बच्चों और किशोरियों को दिया जाता है जो कुपोषण के शिकार हैं और जिनकी पहचान आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से की गई है।

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के तहत क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना (Mukhyamantri Saksham Suposhan Yojana) के अंतर्गत बच्चों और किशोरियों को पौष्टिक आहार, दूध, फल, आयरन और अन्य जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती हैं, जिससे उनका शारीरिक विकास बेहतर हो सके।

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के लिए किसी ऑनलाइन या अलग से आवेदन की आवश्यकता नहीं होती। लाभार्थियों की पहचान आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ताओं द्वारा की जाती है और उन्हें योजना में स्वतः शामिल किया जाता है।

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( उ.  प्र.)  चुनावी  सर्वेक्षण  2022
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