प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास कर दिया है। इस मौके पर उन्होंने सीएम योगी को कर्मयोगी बताते हुए राज्य में हुए विकास के कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा कि इस एयरपोर्ट के बनने से आगरा का पेठा, सहारनपुर का फर्नीचर या मुरादाबाद का बर्तन, सभी कारोबारों सभी को गति मिलेगी। दशकों तक यूपी को ताने सुनने पड़ते थे। कभी गरीबी तो कभी भ्रष्टाचार के। यूपी के सामर्थ्यवान लोगों का यही सवाल था कि क्या कभी प्रदेश की छवि बेहतर हो पाएगी या नहीं।
पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को बीमारू बनाए रखा, वही उत्तर प्रदेश आज दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहा है। यूपी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थान बन रहे हैं। इंटरनेशनल लेवल की रेल कनेक्टिविटी और दुनियाभर की कंपनियों का निवेश आ रहा है। यह सब कुछ आज हमारे यूपी में हो रहा है। इसीलिए देश और दुनिया के निवेशक कहते हैं कि उत्तर प्रदेश यानी उत्तम सुविधा और निरंतर निवेश।
नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि दाऊ जी के मेले के लिए मशहूर जेवर अब इंटरनेशनल मैप में जगह पा गया है। इससे दिल्ली एनसीआर समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों के लोगों को फायदा होगा। 21वीं सदी का भारत एक से एक आधुनिक सुविधाओं का निर्माण कर रहा है। एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट और अच्छे रेलवे स्टेशन सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स नहीं होते हैं बल्कि ये सबके जीवन को बदल देते हैं। मजदूरों से लेकर कारोबारियों और किसानों तक हर किसी को इसका लाभ मिलता है। ऐसे प्रोजेक्ट्स को तब और ताकत मिलती है, जब उनके साथ सीमलेस कनेक्टिविटी हो। उत्तर प्रदेश कनेक्टिविटी के लिहाज से भी एक बेहतरीन मॉडल बनेगा।
कहीं से भी होगी जेवर एयरपोर्ट तक आने की सुविधा
जेवर एयरपोर्ट आने जाने के लिए टैक्सी, मेट्रो से लेकर रेल तक की सुविधा होगी। एयरपोर्ट से निकलते ही आप सीधे यमुना एक्सप्रेसवे पर आ सकते हैं। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे जा सकते हैं। इसके अलावा यूपी, दिल्ली और हरियाणा के किसी भी इलाके में जाने के लिए पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकते हैं। यही नहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भी तैयार होने वाला है। इसकी उससे भी सीधी कनेक्टिविटी होगी।एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा। निर्माण में करीब 30 हजार करोड़ रुपये की खर्च होंगे।
बताया कैसे हर साल बचेंगे 15,000 करोड़ रुपये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि यहां विमानों की रिपेयरिंग भी हो सकेगी। फिलहाल हर साल 15,000 करोड़ रुपये की लागत रिपेयरिंग में आती है और इस एयरपोर्ट की कुल लागत ही 30 हजार करोड़ रुपये होगी। इस तरह यह हवाई अड्डा विकास के साथ साथ बचत भी कराएगा। यूपी की इसी अंतरराष्ट्रीय पहचान को इंटरनेशनल कनेक्टिविटी नए आयाम दे रही है। दो से तीन सालों में यह एयरपोर्ट जब काम करना शुरू करेगा तो यूपी 5 इंटरनेशनल हवाई अड्डों वाला राज्य बन जाएगा।
दो दशक पहले भाजपा सरकार ने ही देखा था सपना
इससे पहले यूपी और केंद्र की जो सरकारें रहीं, उन्होंने कैसे पश्चिम यूपी को नजरअंदाज किया, उसका उदाहरण यह जेवर एयरपोर्ट भी है। दो दशक पहले भाजपा की सरकार ने इसका सपना देखा था, लेकिन फिर यह यूपी और केंद्र की सरकारों की खींचतान में उलझा रहा। यूपी की पहले की सरकार ने तो चिट्ठी लिखकर कह दिया था कि इसे बंद कर दिया जाए। आज डबल इंजन वाली सरकार के प्रयासों से हम उसी एयरपोर्ट के साक्षी बन रहे हैं।