कुख्यात माफिया/अपराधियों द्वारा अर्जित 1866 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध सम्पत्तियों का ध्वस्तीकरण/जब्तीकरण।
यू.पी.-112 से 6 लाख 46 हजार जरूरतमंदों को मदद।
जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ‘उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक’ को मंजूरी।
बेहतर पुलिसिंग के लिए लखनऊ, कानपुर, वाराणसी एवं नोएडा में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू।
पुलिस अधीक्षक कार्यालयों में भी एफ.आई.आर. काउन्टर की स्थापना।
अपराध और अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेन्स नीति से अपराध पर प्रभावी अंकुश
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (WCSO) की स्थापना। राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) का गठन। तीन कम्पनियां क्रियाशील।
उत्तर प्रदेश पुलिस के ‘सवेरा’ कार्यक्रम में 7 लाख 33 हजार 770 बुजुर्ग पंजीकृत हुए। इस कार्यक्रम के तहत सीनियर सिटिजंस को पुलिस हेल्प के लिए थाने चौकी के चक्कर नहीं काटने होंगे, बल्कि पुलिस उनके घर जा कर उनकी मदद करेगी।
उच्च न्यायालय, जनपदीय न्यायालय, मेट्रो स्टेशन तथा महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (SSF) का गठन
आतंकी गतिविधियों पर अंकुश हेतु स्पॉट (स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम) का गठन।
मोबाइल कम्यूनिकेशन प्लान (C-Plan) सृजित हुआ। प्रत्येक जनपद में साइबर सेल एवं परिक्षेत्र में साइबर पुलिस थाना स्थापित।
सेन्ट्रलाइज्ड ऑनलाइन क्रिमिनल डाटा बेस के लिए “त्रिनेत्र” ऐप लांच किया गया।
1 हजार 864इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी।
18 विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण प्रगति पर। लखनऊ, वाराणसी, आगरा एवं मुरादाबाद में क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला के भवन निर्मित तथा यूनिट क्रियाशील।
1 लाख 43 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती तथा 76 हजार से अधिक अराजपत्रित पुलिसकर्मियों की पदोन्नति हुई।
सी.ए.ए. के विरोध प्रदर्शन में सरकारी सम्पत्तियों को क्षति पहुंचाने वाले उपद्रवियों से राजकीय सम्पत्ति की क्षतिपूर्ति वसूली का ऐतिहासिक निर्णय।
अब तक 150 अपराधी मुठभेड़ में मारे गये, 3427 अपराधी घायल हुए, 13 पुलिस जवान शहीद हुए तथा 1155 पुलिसकर्मी घायल हुए। गैंगस्टर एक्ट में 44,759 अभियुक्तगिरफ्तार एवं 630 अभियुक्त रासुका में निरुद्ध।
सोनभद्र में प्राकृतिक संसाधनों का भंडार होने के बावजूद यह इलाका माफिया राज के कारण हमेशा पिछड़ा रहा।आज सोनभद्र में 500 करोड़ की लागत से बनने वाले 500 बेड का मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
विभिन्न प्रकार के 214 नये थानों की स्थापना
इकाई
संख्या
विद्युत थाने
75
महिला थाना
05
सतर्कता अधिष्ठान थाना
10
आर्थिक अपराध इकाई पुलिस थाना
04
घोषणा से आच्छादित थाने
36
अन्य स्थापित नवीन थाने
28
एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को पुलिस थाना का दर्जा
40
जनपद गौतमबुद्धनगर व लखनऊ में साइबर थाने क्रियाशीला 16 अन्य परिक्षेत्रीय मुख्यालयों – बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, कानपुर, झांसी, प्रयागराज, चित्रकूट, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, वाराणसी, आजमगढ़, मिर्जापुर व अयोध्या में साइबर क्राइम पुलिस थानों की स्थापना।