अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण प्रारम्भ
श्रीराम मन्दिर मॉडल पर डाक टिकट जारी।
स्पिरिचुअल सर्किट के अन्तर्गत गोरखपुर, देवीपाटन, डुमरियागंज में पर्यटन सुविधाओं का विकास।
ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण पर आधारित राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न सेमिनार आयोजित।
अयोध्या दीपोत्सवने लगातार तीन वर्षों में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाया।
काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का विकास।
अविरल और निर्मल गंगा के प्रति जन जागरूकता के लिए देश में पहली बार गंगा यात्रा का आयोजन।
मथुरा में कृष्णोत्सव, बरसाना में रंगोत्सव, वाराणसी में भव्य देव दीपावली का आयोजन।
अष्टभुजा (चित्रकूट धाम), कालीखोह (विंध्यांचल) में रोप-वे का संचालन एवं बरसाना (मथुरा) में रोप-वे निर्माणाधीन।
जैन तथा सूफी सर्किट के तहत आगरा एवं फतेहपुर सीकरी में पर्यटन सुविधाओं का विकास।
बृज तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद की स्थापना। ब्रज क्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े प्रमुख स्थलों का पर्यटन विकास।
उत्तर प्रदेश दिवस (24 जनवरी) का भव्य आयोजन। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले महानुभावों को सम्मानित किया गया।
गोरखपुर के रामगढ़ताल में वॉटर स्पोर्ट्स, पीलीभीत में टाइगर रिजर्व तथा चन्दौली में देवदरी, राजदटरी वॉटरफॉल का विकास।
विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक गौरव ‘प्रयागराज कुम्भ-2019’ यूनेस्को की सराहना के साथ भव्य रुप से सम्पन्न। तीन विश्व कीर्तिमान स्थापित।
शक्तिपीठ सर्किट एवं आध्यात्मिक सर्किट से जुड़े स्थलों का विकास।
उत्तर प्रदेश ट्रेवल मार्ट (लखनऊ), इण्डिया टूरिज्म मार्ट (नई दिल्ली), आम महोत्सव, माघ मेला प्रयागराज तथा गोरखपुर महोत्सव का आयोजन हुआ।
बौद्ध सर्किट में श्रावस्ती, कपिलवस्तु और कुशीनगर, तथा रामायण सर्किट में चित्रकूट, अयोध्या एवं श्रृंगवेरपुर में पर्यटन सुविधाओं का विकास।
नैमिषारण्य तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद, विन्ध्य तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद, शुक्रधाम तीर्थ विकास परिषद, चित्रकूट तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद तथा देवीपाटन तीर्थ विकास परिषद का गठन।
महाभारत सर्किट के अन्तर्गत महाभारत से जुड़े स्थलों का विकास।
जेवर, दादी, नोएडा, सिकन्दराबाद, खुर्जा एवं बांदा में पर्यटन सुविधाओं का विकास।
आगरा में शाहजहाँ पार्क एवं मेहताब बाग-कछपुरा का कार्य एवं वृन्दावन में बाँके बिहारी जी मन्दिर क्षेत्र में पर्यटन विकास।
मगहर में संत कबीर अकादमी की स्थापना।
सिंधु दर्शन अनुदान 20 हजार रु. प्रति यात्री किया गया।
चौरी-चौरा शताब्दी का महोत्सव मनाया गया।
गोरखपुर में 5000 की दर्शक क्षमता के प्रेक्षागृह एवं खुले मंच की स्थापना।
कैलाश मानसरोवर यात्रियों की अनुदान राशि 50 हजार रु. से बढ़ाकर 1 लाख रु. प्रति यात्री की गयी।
थारु जनजाति पर आधारित विशेष संग्रहालयकी स्थापना की कार्यवाही गतिमान।
श्री काशी विश्वनाथ धामभौतिक ही नहीं आध्यात्मिक व धार्मिक रूप से समृद्ध हुआ। अब श्रद्धालु बाबा विश्वनाथके दर्शन के साथ साथ उनकी महिमा भी जान पाएंगे। उपनिषद, वेदों और पुराणों के चित्रात्मक वर्णन, श्लोक संख्या, हिंदी में अनुवाद समेत समस्त जानकारियां धाम मंदिरके मार्बल पर उकेरी गई हैं।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से वाराणसी में पर्यटन, व्यापार और रोजगार के सिंह द्वार खुले, जिसका लाभ पूर्वांचल के अन्य जिलों को भी मिलेगा।
गुरु रविदास की जन्म स्थली सीरगोवर्धन के पर्यटन विकास फेज-1 के तहत सामुदायिक हाल व शौचालय के निर्माण कार्य प्रारम्भ।
जनपद मिर्ज़ापुर में मां विंध्यवासिनी के नाम पर मेडिकल कॉलेजका शुभारम्भ, इस सत्र से प्रवेश शुरू।
जनपद बहराइच में 11वीं सदी के पराक्रमी राजा,गोरक्षक और हिंदुत्व के पताका प्रहरी, महाराजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक का निर्माण प्रगति पर।
भगवान गौतम बुद्ध एवं शीतला माता की पावन धरा, जनपद कौशाम्बी में पर्यटन विकास के विभिन्न कार्य प्रगति पर।
अयोध्या एवं दक्षिण कोरिया के पुरातन सम्बन्ध की स्मृति में अयोध्या में ‘क्वीन हो’ पार्क का निर्माण प्रगति पर।