खेतीबाड़ी किसान और आत्मनिर्भरता
1921 में प्रेमचंद ने 'पूस की रात' नाम से एक कहानी लिखी थी । 2010 में बॉलीवुड की फिल्म 'पीपली लाइव' का गाना: सखी, सैंया पैसा तो खूबई कमात है, महंगाई डायन खाए जात है। क्या इन
Read Moreआइए लोक पहल के साथ खड़े होकर उत्तर प्रदेश में हमें जैसी सामाजिक- प्रशासनिक संरचना और सुशासन की आवश्यकता है उसे प्रतिष्ठित करने मे हमारी सहायता करें।
1921 में प्रेमचंद ने 'पूस की रात' नाम से एक कहानी लिखी थी । 2010 में बॉलीवुड की फिल्म 'पीपली लाइव' का गाना: सखी, सैंया पैसा तो खूबई कमात है, महंगाई डायन खाए जात है। क्या इन
Read Moreआजादी के 75 वर्ष और कृषि क्षेत्र के वास्तविक सुधार और उत्तर प्रदेशउस नौजवान की "पेशानी" पर"रोजगार" की फ़िक्रकी बारीक रेखाएं मौजूद थीं।वह उन्हें "हल्का"अपने मुस्तकबिल को "भारी" करना चाहता था।वह "धान" की "फसल" में खपने के
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