देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती अर्थात् 25 सितंबर 2019 को आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मोदी केयर भी कहा गया है। इस योजना के माध्यम से गरीब परिवार के लोगों को बेहतर और नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना सरकार का लक्ष्य है। इस योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाता है। जिसका लाभ उठाकर कोई भी गरीब व्यक्ति अपना या अपने परिवार के किसी भी सदस्य का बेहतर इलाज करा सकता है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत एक गोल्डन कार्ड दिया जाता है, जिसको सरकार द्वारा सूचीबद्ध किए गए अस्पतालों में दिखाकर 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिल सकता है। इस योजना के अंतर्गत नई व पुरानी करीब 1500 बीमारियों का इलाज शामिल किया गया है। यदि आप भी आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप इससे जुड़ी समस्त जानकारी के बारे में अवश्य जान लें।
वर्ष 2011 की जनगणना की सूची में शामिल लोगों को मिलेगी आयुष्मान कार्ड की सुविधा।
1. 5 लाख तक का मुफ्त और कैशलैस इलाज।
2. ट्रांसपोर्ट का खर्च मुफ्त।
3. जांच, ऑपरेशन और इलाज मुफ्त।
4. निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में मान्य।
1. कैंसर।
2. हृदय रोग।
3. डेंगू।
4. चिकनगुनिया।
5. मलेरिया।
6. डायलिसिस।
7. प्रत्यारोपण।
8. मोतियाबिंद।
9. गुर्दा समेत 1500 बीमारियों के इलाज में और 13000 से ज्यादा अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड की मान्यता है।
1. आधार कार्ड।
2. राशन कार्ड।
3. निवास प्रमाण पत्र।
4. मोबाइल नंबर।
5. पासपोर्ट साइज फोटो।
आयुष्मान भारत योजना में आवेदन करने के लिए नीचे बटन पर क्लिक करें या फिर आप आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए जन सुविधा केंद्र पर भी जा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आपको सरकार की वेबसाइट पर Am I Eligible ऑप्शन पर क्लिक करना है, के बाद अपने राज्य और जिले का नाम चुनकर राशन कार्ड या मोबाइल नंबर डालकर आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्रता की जांच करनी है।