सुकन्या समृद्धि योजना

वर्ष 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी, उस दौरान देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा दिया था। केंद्र सरकार की इसी मंशा के तहत वर्ष 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना शुरू की गई। सुकन्या समृद्धि योजना मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिसके तहत देश की बेटियों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा माता-पिता को निवेश करने के लिए जागरूक किया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत निवेश करने पर बेटियों की शिक्षा और शादी के लिए माता-पिता आसानी से रुपए इकट्ठा कर सकते हैं और अपनी बेटियों को बेहतर भविष्य दे सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत खुलने वाले खातों पर सरकार द्वारा 8.2% की दर से ब्याज दिया जा रहा है, उपरोक्त योजना के अंतर्गत बेटियों के माता-पिता को करीब 15 साल के लिए निवेश करना पड़ता है। सुकन्या समृद्धि बैंक खातों में न्यूनतम 250 रुपए से लेकर अधिकतम 1.5 लाख तक निवेश किया जा सकता है। सुकन्या खातों में निवेश किया गया पैसा बेटी के 18 या 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर ब्याज सहित प्राप्त किया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी अधिकृत बैंक और डाकघर में जाकर आसानी से खुलवाया जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत खुलने वाले खातों में जमा की जाने वाली निवेश राशि को 80C के तहत टैक्स में छूट प्राप्त होती है। इसका फायदा केवल 10 साल या उससे कम उम्र की बच्चियों को मिल सकता है और एक माता-पिता की दो बेटियों का सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खाता खुल सकता है। उपरोक्त खातों में बच्ची के माता-पिता या तो एकमुश्त राशि या फिर कई किश्तों में पैसा निवेश कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खुलने वाले बैंक खातों में 15 साल तक माता-पिता को निवेश करना होता है और खाता खुलने के बाद जब तक आपकी बेटी 18 या 21 साल की नहीं हो जाती, तब तक पैसा नहीं निकाला जा सकता है। हालांकि खाता शुरू करने के 5 साल बाद यदि बच्ची के अभिभावक की मौत, बच्ची की मौत, अभिभावक की आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर, माता-पिता के बच्ची समेत विदेश में बसने पर या बच्ची के कक्षा दसवीं उत्तीर्ण करने के बाद, खाते में जमा 50 फ़ीसदी तक धनराशि निकाली जा सकती है या खाता बंद भी कराया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत कानूनी रूप से गोद ली हुई बच्ची के लिए भी लंबी अवधि तक का निवेश किया जा सकता है, एक साथ जन्म लेने वाली दो जुड़वा बच्चियों को भी सुकन्या समृद्धि योजना का फायदा मिलेगा। यह मोदी सरकार की गारंटीकृत रिटर्न आधारित योजना है, जिसके माध्यम से अब माता-पिता को अपनी बेटी की शिक्षा से लेकर शादी तक खर्च की चिंता नहीं सताएगी। इसके अंतर्गत खाता खोलने के लिए आप किसी भी बैंक या डाकघर की निकटवर्ती शाखा में जाकर ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको आवेदन फार्म में मांगी गई सारी जानकारी, जैसे - बच्ची के माता-पिता का नाम, बच्ची का नाम, बच्ची की उम्र, मोबाइल नंबर आदि भरकर जमा करना होगा। इसके साथ ही माता-पिता का आय प्रमाण पत्र, बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो इत्यादि जरूरी दस्तावेज भी सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के लिए जरूरी है। सुकन्या समृद्धि खाता खुल जाने के बाद ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से आप घर बैठे ही बैंक खाता सुचारू तरीके से चला सकते हैं। इसके अलावा जिन बच्चियों का सुकन्या समृद्धि खाता खुला है, वह 18 साल की आयु पूर्ण करने के बाद आसानी से उपरोक्त बैंक खाते का संचालन कर सकती हैं। मोदी सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आज देश भर में अनेक बेटियों के खाते खोले जा चुके हैं, ताकि बेटियों का भविष्य सुरक्षित बन सके। इस योजना के माध्यम से अब बेटियों के जन्म लेने पर कोई भी उन्हें बोझ नहीं समझेगा, बल्कि इस योजना के जरिए बेटियां और अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार और समाज का नाम रोशन करेंगी। यह योजना मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में से एक है, जोकि बेटियों के भविष्य को ध्यान में रखकर शुरू की गई है। सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी पाने के लिए नीचे दी गई आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करके योजना के बारे में विस्तार से जान सकते हैं।

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