इस योजना का प्रमुख लक्ष्य वित्तीय समावेशन (फाइनेंशियल इनक्लूजन) रहा है । PMJDY के जरिये सरकार की कोशिश नए बैंक खाते खोलने के साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचाने की है ।
योजना के लिए खाता किसी भी बैंक शाखा अथवा व्यवसाय प्रतिनिधि (बैंक मित्र) आउटलेट में खोला जा सकता है। अब तक इसके अन्तर्गत कुल 31.60 करोड़ खाते खुले हैं. जिनमे जमा धनराशि ₹ 81203.59 करोड़ है।
उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 47,887,511 नये खाते खुले हैं जिनमें कुल जमा राशि है 13,481.69 करोड़ रुपये । खाता जीरो बैलेंस के साथ खोला जा सकता है तथा निम्नलिखित सुविधायें ली जा सकती हैं।
- जमा राशि पर ब्याज
- एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर
- कोई न्यूनतम शेष राशि अपेक्षित नहीं
इस योजना के अंतर्गत रु 30,000 का जीवन बीमा लाभार्थी को उसकी मृत्यु पर सामान्य शर्तों पर देय होगा
खाते से भारत भर में धन का आसानी से हस्तांतरण किया जा सकता है।
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को इन खातों से लाभ वितरण सुगमता से हो सकेगा।
छ: माह तक इन खातों के संतोषजनक परिचालन के पश्चात ओवरड्राफ्ट की सुविधा उपलब्ध है ।
खातेदार को पेंशन, बीमा उत्पांदों की पहुंच सहज होगी।
प्रधान मन्त्री जन धन योजना के अन्तर्गत व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा के तहत दावा देय होगा।
प्रति परिवार मुख्यतः परिवार की स्त्री के लिए सिर्फ एक खाते में 5,000/- रुपए तक की ओवरड्राफ्ट की सुविधा उपलब्ध है।
प्राप्त आकड़ों के अनुसार इस योजना में ग्रामीण इलाकों में अब तक कुल 18.61 करोड़ नये खाते तो शहरी इलाकों में कुल 12.99 करोड़ खाते खुले हैं।
उपरोक्त वित्तीय समावेशन का मतलब गरीब तबके तक बैंकिंग सेवाओं और कर्ज की उपलब्धता से है। अलबत्ता इन खातों में वित्तीय लेनदेन होना भी मायने रखता है।